खरी-खरी
कैसे दें शुभकामना , प्रथम मई की आज।
पूरी दुनिया पर हुआ , कोरोना का राज ।।
कोरोना का राज , मौत का तांडव ज़ारी ।
अदना-सा वायरस , बन बैठा सब पर भारी।।
जन-जन है भयभीत , सुनामी आयी जैसे ।
हे प्रभु रक्षा करो , विपति से निकलें कैसे।।
●अशोक वशिष्ठ