Home ठाणे ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई थी वेदांत अस्पताल में मरीजों के मौत

ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई थी वेदांत अस्पताल में मरीजों के मौत

by zadmin


ठाणे-ठाणे के वर्तक नगर इलाके में स्थित वेदांत अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण चार मरीजों की मौत होने का आरोप उनके परिजनों ने लगाया गया था। इसके बाद ठाणे जिला के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने छह सदस्यीय जांच समिति नियुक्त की थी। जांच समिति की रिपोर्ट अब सामने आई है और यह स्पष्ट हो गया है कि चारों मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, मरीजों की मौत उनकी गंभीर स्थिति के कारण हुई है।वर्तक नगर इलाके के वेदांत अस्पताल में सोमवार को चार लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, उनके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया था कि चारों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई। इसके चलते अस्पताल प्रशासन पूछताछ के फंदे में फंस गया था। मामला सामने आने के बाद ठाणे जिले के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे और आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने अस्पताल का दौरा कर वास्तविक निरीक्षण किया था। इसके साथ ही मरीजों के मौत मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय जांच समिति नियुक्त की थी। यह भी स्पष्ट किया गया कि इस समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तदनुसार, भिवंडी मनपा आयुक्त पंकज आशिया को जांच समिति का अध्यक्ष बनाया गया और निवासी उप जिलाधिकारी शिवाजी पाटिल, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलास पवार, मनपा में उपायुक्त संदीप मालवी, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वैजयंती देवगीकर, मनपा में बायोमेडिकल इंजीनियर मंदार महाराज को सदस्य बनाया गया। समिति ने सोमवार देर शाम अस्पताल का दौरा कर भौतिक निरीक्षण किया था। तदनुसार, मृतकों की कुल संख्या, मृतक के नाम, आयु, कोविड रोग और रोगी की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में अन्य आवश्यक जानकारी एकत्र की गई थी। यह भी बताया गया कि मौतें एक ही समय में या अलग-अलग समय पर हुईं। मृत्यु का कारण और मृत्यु का समय, क्या इन रोगियों की मृत्यु का ऑक्सीजन की आपूर्ति से कोई लेना-देना है, इस पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसके साथ ही समिति के सदस्यों ने अन्य रोगियों के साथ भी चर्चा की है जो अस्पताल में ऑक्सीजन पर हैं।  रिपोर्ट के अनुसार, चारों मरीज ऑक्सीजन की कमी से नहीं मरे। यह भी स्पष्ट किया गया कि इन रोगियों की मृत्यु उनकी गंभीर स्थिति के कारण हुई। अध्ययन में यह भी पाया गया कि प्रत्येक रोगी की मृत्यु का समय अलग-अलग है। उपचार के लिए यहां अन्य मरीज हैं और अगर ऑक्सीजन नहीं थी, तो उन्हें भी प्रभावित होना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं देखा गया है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चारों मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई।कोई लापरवाही नहींठाणे के जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर के मुताबिक अस्पताल में चारों मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई थी, न ही कोई चिकित्सकीय लापरवाही थी। जिन मरीजों की मौत हुई है, उनकी स्थिति बिल्कुल बिगड़ चुकी थी। हालांकि मरीज की जिस समय मौत हुई थी, उसी दौरान अस्पताल को उनके परिजनों को इसकी जानकारी दे देनी चाहिए थी। अस्पताल की तरफ से ऐसा कदम न उठाए जाने से मरीजों के परिजनों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। इसलिए, समय-समय पर मरीजों के रिश्तेदारों को रोगी की हर जानकारी प्रदान करने के लिए कोविड अस्पतालों में अनिवार्य किया गया है।

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