गीत-गजल कहते रहे, दुनिया जिसकी फैन
हमें छोड़कर चल दिए, आज कुंवर बचैन
आज कुंवर बचैन, बैन पर लटके ताले
मंचों पर अंदाज, सदा ही रहे निराले
कह सुरेश साहित्य को लगा किसका टोना
देगा कितना दर्द भला घाती कोरोना
सुरेश मिश्र
गीत-गजल कहते रहे, दुनिया जिसकी फैन
हमें छोड़कर चल दिए, आज कुंवर बचैन
आज कुंवर बचैन, बैन पर लटके ताले
मंचों पर अंदाज, सदा ही रहे निराले
कह सुरेश साहित्य को लगा किसका टोना
देगा कितना दर्द भला घाती कोरोना
सुरेश मिश्र