रियल एस्टेट एजेंटों के लिए भी सरकार आर्थिक पॅकेज जारी करे-स्वदेश जोशी -रियल एस्टेट एजेंट एसोसिएशन
मुंबई : कोरोना की बढ़ती परिस्थिति के कारण रियल एस्टेट का कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है. इस क्षेत्र से जुड़े लाखों मजदूर और व्यवसाइयों का काम काज और आमदनी बुरी तरह गड़बड़ हो गया है. सभी की आर्थिक स्थिति खराब हो चली है. ऐसे में सरकार ने राज्य में मिनी लॉकडाऊन लगा दिया है. इस से व्यापारिक कारोबार बाधित हो गया है. इन प्रतिबंधों से भवन निर्माण के कार्य धीमा या फिर ठप हो गए हैं. इससे जुड़ा मुंबई का रियल एस्टेट एजेंटों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस क्षेत्र से जुड़े राज्य के रेरा पंजीकृत 5000 एस्टेट एजेंटों के सामने बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गयी है.अकेले मुंबई और ठाणे समेत 1500 एस्टेट एजेंट काम काज न होने से भुखमरी जैसे हालात का सामना कर रहे हैं। इस बारे में चेंबूर रियाल एस्टेट एजेंट संगठन के प्रमुख स्वदेश जोशी ने बताया कि मुंबई के लगभग 1500 एस्टेट एजेंट भयंकर आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. उन्होंने भाड़े की जगह पर चला रहे व्यवसाय के लिए रेंट देने के लिए पैसा नहीं है. कोरोना संक्रमण को आये लगभग एक साल हो गया है. व्यवसाय . ठंढा पद गया है ऐसे में सभी की घर की माली हालत खराब है. राज्य सरकार ने कोरोना के दूसरे दौर में कड़क लॉकडाऊन लगाकर रियल एस्टेट एजेंटों की कमर हो तोड़ दिया है. हालांकि सरकार ने बिल्डरों को तरह तरह की रियायत भी दी है. ऑटो चालकों, मजदूरों के लिए आर्थिक पैकेज जारी किया है.ऐसा ही पॅकेज राज्य सरकार रियल एस्टेट एजेंटो के लिए भी दे. श्री जोशी ने कहा कि हमारी मांग है कि रियल एस्टेट एजेंट व्यवसाय को मरणासन्न हालत से बचाने के लिए सरकार को अविलंब आर्थिक सहायता जारी करना चाहिए.रेरा कार्यालय भी इस बारे में सोचें. श्री जोशी ने कहा कि जल्द ही चेंबूर रियल एस्टेट एजेंट एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल इस बारे में मुख्यमंत्री ,राज्यपाल और विरोधी पक्ष नेता से मिलकर ज्ञापन सौंपेगा.