पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के यहाँ छापे से राजनीतिक सरगर्मियां तेज
विशेष संवाददाता
मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा अनिल देशमुख पर मुंबई के होटलों से प्रति माह 100 करोड़ रूपये वसूली के आदेश के आरोप के बाद एक याचिका पर सुनवाई करते हुए मुंबई उच्च न्यायालय ने इस मामले की सीबीआई द्वारा प्राथमिक जाँच का आदेश दिया था। देशमुख के खिलाफ स्वतंत्र जाँच के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने भी मुहर लगाई थी। कोर्ट के आदेश अनुसार यह संभावना जताई जा रही थी कि अनिल देशमुख के खिलाफ कभी भी सीबीआई द्वारा कार्यवाई की जा सकती है।
कोर्ट के निर्देशानुसार महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया। 24अप्रैल को अनिल देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थित निवास सहित कई जगह सीबीआई ने छापे डाले।
अनिल देशमुख के मुंबई के वर्ली स्थित निवास सुखदा पर शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे सीबीआई अधिकारियों की टीम पहुंची और करीब साढ़े छह घंटे तक वहां जाँच पड़ताल की। सुखदा के साथ ही अन्य कई जगहों पर सीबीआई ने छापेमारी की। इसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने की जानकारी मिली है।
शनिवार को अनिल देशमुख अपने गृह जिला नागपुर में थे। नागपुर के जीपीओ चौक स्थित देशमुख के निवास पर भी सीबीआई के अधिकारी दो वाहनों में भर कर गए थे। वहां पर करीब बारह घंटे छापेमारी चली। सीबीआई की टीम में महिला अधिकारी भी शामिल थी।शाम छह बजे सीबीआई अधिकारी जीपीओ स्थित देशमुख के निवास से बाहर निकले। देशमुख भी वहां से बाहर निकले। देशमुख ने ट्वीट कर कहा कि सीबीआई की टीम घर पर जांच के लिए आयी थी, मैंने जाँच में उनका सहयोग किया । अब मैं नागपुर के काटोल एवं नरखेड में बनाये गए नए कोरोना आयसोलेशन सेंटर का निरीक्षण करने जा रहा हूँ। कुछ ही देर में सीबीआई की टीम साढ़े छह बजे देशमुख के निवास पर पुनः वापस आयी। उस समय देशमुख गोरवाडा पहुंचे थे। सीबीआई की टीम पुनः वापस आने की जानकारी मिलते ही देशमुख पुनः घर वापस आ गये उसके बाद रात दस बजे तक देशमुख के घर पर सीबीआई द्वारा जाँच पड़ताल चली। रात दस बजे सीबीआई अधिकारी देशमुख के घर से बाहर निकले तो उनके हाथ में प्लास्टिक की थैली देखी गयी। उसके बाद अनिल देशमुख भी फिर से अपने निवास से बाहर निकल गये।
इस छापेमारी के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज़ हो गयी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मिलने गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल मुख्यमंत्री के सरकारी निवास वर्षा बंगले पर पहुंचे। वहीं जिस एडवोकेट जयश्री पाटिल की याचिका पर कोर्ट ने अनिल देशमुख के खिलाफ स्वतंत्र जाँच का आदेश दिया था उस जयश्री पाटिल ने कहा है कि मुझे धमकी मिल रही है। मेरे परिवार के साथ भी धोखा हो सकता है।अनिल देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ होना यह सत्य की विजय है। यह कोर्ट के आदेश पर हुआ है कोई भी कोर्ट के मामले में भ्रम न फैलाये नहीं तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। जांच में सब सच बाहर आ जायेगा। दूध का दूध, पानी का पानी हो जायेगा। पाटिल ने एनसीपी के जयंत पाटिल हसन मुश्रिफ और शिवसेना के संजय राउत को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि पहले वह कोर्ट के आदेश को पढ़ लें ।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि अनिल देशमुख के खिलाफ यह कार्रवाई कानूनी रूप से की जा रही है। ईश्वर सब का हिसाब करेगा। सीबीआई कोर्ट के आदेश के अनुसार यह कार्रवाई कर रही है। सचिन वजे ने अपने पत्र में अनिल परब के नाम का उल्लेख भी किया था इसलिए अनिल परब और दर्शन घोडावत की भी जांच की जानी चाहिये। शिवसेना के संजय राउत के खिलाफ भी एक महिला ने गंभीर आरोप किया है उनकी भी केंद्रीय महिला आयोग द्वारा जांच की जानी चाहिये। किरीट सोमैया ने कहा है कि अनिल देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ होने का मतलब अनिल परब के खिलाफ जांच का मार्ग खुल गया। सोमैया का आरोप है कि राज्य की अघाड़ी सरकार ने विभिन्न जगहों से 2000 करोड़ रूपये वसूला है।