मुंबई:भारतीय जनता पार्टी के नेता अमरजीत मिश्र ने महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी पर रेमडेसिविर इंजेक्शन के मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार की हरकत उस चोर की तरह है, जो उलटे कोतवाल को ही डांटता है, क्योंकि अव्वल तो राज्य सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह से फेल हो गई और जब विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने खुद पहल करते हुए रेमडेसिविर का निर्माण करने वाली कंपनियों से इंजेक्शन की सप्लाई करने का औपचारिक अनुरोध किया था, तो सरकार अपनी गल्ती छिपाने के लिए भाजपा पर झूठा और भ्रामक आरोप लगा रही है।जिस फार्मा कंपनी ने नेता प्रतिपक्ष के अनुरोध पर पचास हजार इंजेक्शन उप्लब्ध कराने का आश्वासन दिया था।प्रदेश के मंत्री का सचिव उसी कंपनी के अधिकारियों पर दबाव बनाता है।श्री मिश्र ने कहा कि लोग बिमारी व अव्यवस्था से हलाकान हैं,पर सरकार द्वारा अजीब अंधेरगर्दी मची है।सरकार लोगों की मदद करने वालों पर ही आरोप लगा रही है।इस मामले में अपनी गल्तियों को छुपाने के लिए एफडीए के कमिश्नर अभिमन्यु काले का ट्रांसफर कर दिया गया है।फड़नवीस ने स्पष्ट किया था कि एफडीए से इजाजत लेकर रेमिडीसवीर मंगाई गई थी।अब राज्य सरकार अपने पापों की सजा अधिकारियों पर मढ़ रही है।
पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र ने राज्य सरकार को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि रेमडेसिविर के मुद्दे पर खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बयान देना चाहिए और यह बताना चाहिए कि क्या राज्य सरकार ने रेमडेसिविर का निर्माण करने वाली कंपनियों से इंजेक्शन की सप्लाई राज्य में करने का कोई औपचारिक अनुरोध किया था। श्री मिश्र ने आज यहां जारी बयान में कहा है कि जब यह पता चल गया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कारगर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी है, तब क्या राज्य सरकार ने दवा बनाने वाली कंपनियों से राज्य की जनता के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई करने का अनुरोध किया था?
भाजपा नेता ने दावा किया कि इस बारे में राज्य सरकार या राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी कंपनी से रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति करने का कोई औपचारिक अनुरोध नहीं किया। इससे साबित होता है कि वैश्विक महामारी से निपटने के लिए यह सरकार कितनी गंभीर है। इससे साफ है कि राज्य सरकार अपनी ज़िम्मेदारी के निर्वहन में पूरी तर फेल रही है।
श्री मिश्र ने कहा कि एक तो राज्य सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति करने का कोई अनुरोध नहीं किया और उस पर जब विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने खुद पहल करते हुए दवा कंपनी से राज्य की जनता के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रदेश को देने का औपचारिक अनुरोध किया और उनका अनुरोध स्वीकार करते हुए जैसे ही दवा कंपनी ने राज्य की जनता के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई करने पर सहमति दी, वैसे ही राज्य सरकार ने गंदी राजनीति खेलना शुरू कर दिया और दवा कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस स्टेशन में बुलवा लिया।
श्री मिश्र ने यह भी आरोप लगाया कि सोशल मिडिया पर भ्रामक बातें फैलानेवालों पर राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही।महा आघाड़ी सरकार के मंत्री व नेता अनर्गल बातें बोलकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।श्री मिश्र ने कहा कि यह संकट और त्रासदी का दौर है। सरकार को लोगों की जान बचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए, लेकिन सरकार में बैठे लोग अपनी नाकामी छिपाने के लिए इस मुद्दे पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।