मनसुख हिरेन की हत्या चोरी की कार में की गयी थी?
महाराष्ट्र एटीएस के एक अधिकारी ने दावा किया है कि एंटीलिया केस से जुड़े ठाणे के बिजनेसमैन मनसुख हिरेन की हत्या औरंगाबाद से चुराई गई मारुति की इको कार में हुई थी। एटीएस के हाथ लगे सीसीटीवी फुटेज से यह बात सामने आयी है। यह गाड़ी पिछले साल नवंबर में चोरी हुई थी।
अधिकारी ने बताया कि चोरी हुई गाड़ी के साथ एक दूसरी गाड़ी भी देखी गई थी। शक है कि मनसुख का शव मिलने से एक दिन पहले यानी 4 मार्च को इस दूसरी गाड़ी को मुंबई पुलिस का निलंबित पुलिस कर्मी सचिन वझे चला रहा था। हालांकि, हिरेन का शव रेती की खाड़ी से 5 मार्च को मिला था, लेकिन अभी तक यह गाड़ी नहीं मिली है। हो सकता है कि इसे नष्ट कर दिया गया हो।इस गाड़ी की नंबर प्लेट कुछ दिन पहले मुंबई की मीठी नदी से बरामद हुई थी। एनआइए की टीम कारों को डिस्मेंटल करने वाले गैराज में इसके बारे में पता लगा रही है।
नंबर प्लेट की तस्वीरें सामने आने के बाद कार के मालिक विनय खुद पुलिस स्टेशन पहुंचे और इसकी पहचान की थी। उन्होंने बताया कि MH-20-FP-1539 नंबर वाली उनकी कार 16 नवंबर 2020 को चोरी हुई थी। उन्होंने इसकी एफआइआर दर्ज करवाई थी। एफआइआर की कॉपी भी वे साथ लाए थे। हालांकि, अभी तक न एटीएस और न ही एनआईए को कार के सबूत मिले हैं।
25 फरवरी को दक्षिण मुंबई के में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी। रात एक बजे यह गाड़ी एंटीलिया के बाहर खड़ी की गई थी। अगली दोपहर को इस पर पुलिस की नजरें गईं और तलाशी में कार से 20 जिलेटिन की रॉड बरामद हुई थीं। 5 मार्च को इस स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव मिला था। बाद में महाराष्ट्र एटीएस ने मनसुख की हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद 13 मार्च को सचिन वझे को गिरफ्तार किया गया। बाद में दोनों केस की जांच एनआईए के जिम्मे सौंप दी गई।
मनसुख की हत्या का मामला एनआईए के हाथ से एनआईए के पास चला गया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में अब तक सचिन वझे के अलावा सस्पेंड सिपाही विनायक शिंदे, क्रिकेट बुकी नरेश गोरे और सस्पेंड सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया है। सचिन वझे की कथित महिला मित्र की गिरफ्तारी की पुष्टि एनआईए की ओर से नहीं की गई है। वझे फिलहाल मुंबई की तलोजा जेल में ज्यूडिशियल कस्टडी में है।