भारत में वैक्सीन की कमी को दूर करने और सबको वैक्सीन लगाने की दिशा में सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन के साथ-साथ WHO में अप्रूवल पा चुकी वैक्सीन को अब भारत में इमरजेंसी अप्रूवल मिल जाएगा। सरकार के फैसले से फाइजर, मॉडर्ना के साथ ही जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन भारत में तत्काल उपलब्ध हो जाएगी। दुनिया में ऐसी 13 वैक्सीन हैं, जिन्हें विभिन्न देशों में इमरजेंसी अप्रूवल मिल चुका है।
भारत में इस समय कोवैक्सिन और कोवीशील्ड के साथ ही रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V को भी मंजूरी दे दी गई है। कोवैक्सिन और कोवीशील्ड का रोज का प्रोडक्शन 25 लाख डोज के करीब का है, जबकि इस समय देश में औसतन 32 लाख डोज दिए जा रहे हैं। स्पुतनिक-V को मंजूरी मिलने के बाद ये आंकड़ा बढ़ सकता है। भारत में रूसी वैक्सीन को डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी डेवलप कर रही है। इसके साथ-साथ हिटरो बायोफार्मा और ग्लैंड फार्मा में भी प्रोडक्शन होगा। भारत में 35.2 करोड़ डोज सालाना प्रोडक्शन हो सकेगा। यानी वैक्सीन की कमी अगले कुछ हफ्तों में दूर होने की उम्मीद की जा सकती है। नए फैसले से सबको वैक्सीनेशन में आ रही अड़चनें दूर होंगी।दुनियाभर में 270 के करीब वैक्सीन बन रही है। इनमें से सिर्फ 13 को अलग-अलग देशों में इमरजेंसी यूज अप्रूवल या अप्रूवल मिला है। इनमें से दो वैक्सीन- कोवीशील्ड और कोवैक्सिन पहले ही भारत में उपलब्ध है। इसके अलावा रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V को भी भारत सरकार ने सोमवार को मंजूरी दे दी है।