कल्याण–श्रीकेश चौबे
कोरोना के बढ़ते महामारी प्रकोप पर नियंत्रण पाने के लिए एवं उसकी चेन को तोड़ने के उद्देश्य से राज्य भर में महाराष्ट्र सरकार जो लॉकडाउन शुरू किया है , इससे डरें गोर,गरीब मजदूर कल्याण, डोंबिवली, भिवंडी,कसारा,टिटवाला,खोपोली ,कर्जत, बदलापुर, अंबरनाथ, उल्हासनगर,दिवा आदि क्षेत्रों से अपने अपने गांव के लिए पलायन होने से कल्याण जंक्शन एवं डोंबिवली आरक्षण केंद्र पर तत्काल टिकटों के लिए भारी भीड़ देखने को मिल रही है. इस कारण तत्काल टिकटों की कालाबाजारी बढ़ गई है।गौरतलब है कि कल्याण डोंबिवली, भिवंडी, उल्हासनगर, अंबरनाथ-बदलापुर औद्योगिक क्षेत्र से मजदूरी का पलायन शुरू हो गया है, मजदूर पिछली बार की तरह इस बार किसी तरह का जोखिम डालन नहीं लेना चाहते, इसलिए इस बार मिनी लॉकडाउन लगते ही वह गांव की ओर पलायन कर रहे हैं, मजदूरों के पलायन का फायदा दलाल उठा रहे हैं। इसलिए तत्काल टिकट ब्लैक में बिकने लगी है, पलायन करने वाले संजय यादव नामक एक यात्री ने दैनिक निर्भय पथिक को बताया कि 700 का टिकट हमने 15 सौ रुपए में लिया है।बता दें कि कोरोना काल में तत्काल टिकटों की कालाबाजारी मजदूरों का शोषण हैं और रेल प्रशासन के लिए यह बड़ी चुनौती है,.पलायन के शुरूआती दौर में ही तत्काल टिकट यात्रियों के लिए मुश्किल बन गई है और ऊपर से कोरोना काल में गाड़ियों की कमी दलालों की दलाली का रास्ता बन गया है. गांव जाने वाले यात्रियों से अधिक किराया न वसूला जाए इसके लिए डोंबिवली निवासी रमेशचंद्र यादव और जय जन यादव एवं पारसनाथ तिवारी ने रेलवे प्रशासन से रिजर्वेशन कार्यालय के बाहर खड़े दलालों पर कार्रवाई करने की मांग की है।