सचिन वजे का दावा, मंत्री अनिल परब ने मुझे उगाही के लिये कहा
विशेष संवाददाता
मुंबई : महाविकास आघाड़ी सरकार के एक के बाद एक मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगते जा रहे हैं। 100 करोड़ की हफ्ता उगाही के आरोप में गृहमंत्री पद से अलग होने को मज़बूर हुए अनिल देशमुख के बाद अब मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे के खास कहे जानेवाले अनिल परब के खिलाफ हफ्ता उगाही का गंभीर आरोप उस निलंबित अधिकारी ने लगाया है जिसे उनका खास बताया जाता था। मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के एंटीलिया घर के सामने जिलेटिन की छड़ें (विस्फोटक ) रखने और मनसुख हिरेन की हत्या के आरोपी सचिन वजे ने बुधवार को एनआईए की कोर्ट में एक पत्र देने की कोशिश की जिसमें कई सनसनीखेज मामले का खुलाशा हुआ। हालांकि विशेष एनआईए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश ने सचिन वजे के पत्र को रिकॉर्ड में लेने से इंकार कर दिया और उनसे जरूरी प्रक्रिया का पालन करने को कहा। यह पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया जिससे खलबली मच गयी। इस चार पेज के अंग्रेजी में हस्तलिखित पत्र में वजे ने कई धमाके किये हैं। इसमें उन्होंने शिवसेना नेता और परिवहन मंत्री अनिल परब भी हफ्ता उगाही के गंभीर आरोप लगाए हैं । वहीं एक पावरफुल मंत्री के निजी सहायक का भी नाम लिया है। इस पत्र में सचिन वजे ने लिखा है कि मेरे निलंबन के बाद जब वापस पुलिस महकमे में लिया गया तो मुझे गृहमंत्री ( तत्कालीन ) अनिल देशमुख ने बताया कि शरद पवार इसके खिलाफ हैं शायद शरद पवार यह चाहते थे कि उन्हें निलंबित ही रखा जाये। मुझे मार्च 2004 से निलंबित किया गया था। मैं 6जनवरी 2020 को पुनः सेवा में नियुक्त हुआ। इसके फ़ौरन बाद कुछ लोग मेरी पुनः बहाली के निर्णय को बदलना चाहते थे शरद पवार ने तब फिर से निलंबित रखने का आदेश दिया। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने नागपुर से मुझे फ़ोन पर यह बताया और कहा कि मैं शरद पवार को मना लूंगा आप दो करोड़ रुपये दे देना। मैंने उनसे कहा मैं ये रकम नहीं दे पाउंगा तो गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि बाद में दे देना। उन्होंने सीआईयू का प्रमुख बनाने की बात भी कही। वजे ने पत्र में लिखा है कि मुझे जुलाई / अगस्त 2020 में अनिल परब ने अपने बंगले पर बुलाया यह वही सप्ताह था जब मुंबई के डीसीपी के नियुक्तियों के बारे में अंतर्गत आदेश की 3-4 दिनों में पुनर्समीक्षा की गयी थी। मंत्री अनिल परब ने मुझे भिंडी बाजार के सैफी बुरहानी ट्रस्ट की तरफ से शुरू क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की जांच के बारे में कहा था। अनिल परब ने कहा था कि उनके ट्रस्ट के ट्रस्टी को समझौते के लिये मेरे सामने लाना उनसे 50 करोड़ रुपये वसूलने के लिये तुम उनसे पहले बात कर लेना उन्होंने जनवरी 2021 में महानगर पालिका के 50 ठेकेदारों से दो – दो करोड़ रुपये उगाहने के लिये कहा था जिसे मैंने इंकार कर दिया। मैंने यह बात तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को यह बताया तो उन्होंने मुझसे कहा कि तुम इसमें शामिल मत होना । शिवसेना नेता एवं परिवहन मंत्री अनिल परब ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने के लिए मंत्रालय के उनके सरकारी आवास पर पत्रकार परिषद बुलाई और पत्रकारों से दावा करते हुए कहा कि मैं बालासाहेब ठाकरे की कसम खाता हूँ। मेरी दो बेटियां हैं मैं उनको बहुत प्यार करता हूँ मैं उनकी कसम खाकर कहता हूँ मैं अपने ऊपर लगे आरोपों से इंकार करता हूँ। मैंने कभी भी हफ्ता उगाही नहीं किया है। चाहे सीबीआई चाहे एनआईए चाहे किसी और जांच एजेंसी से मेरी जांच करवा लीजिये। मैं अपने नार्को टेस्ट के लिए भी तैयार हूँ। भाजपा पदाधिकारियों के द्वारा विगत – तीन दिनों से कहा जा रहा था कि अभी और मंत्रियों का नंबर आएगा तीसरी बलि लूंगा । सचिन वजे आज ( बुधवार को ) पत्र देनेवाला है इसका अंदेशा उनको पहले से रहा होगा। मुझे और महाविकास आघाड़ी को बदनाम करने के लिए भाजपा यह कर रही है। सचिन वजे ने अनिल देशमुख, अजित पवार के नजदीकी गुणावत और मुझ पर आरोप किया है लेकिन इसका कोई सम्बन्ध मुझसे नहीं है। महानगर पालिका के किसी भी कांट्रेक्टर से मेरा कोई संबंध नहीं है।