बिहार, पश्चिम बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों में सोमवार रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप सिक्किम-नेपाल बॉर्डर के पास आया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रात 08:49 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता 5.4 है। असम, झारखंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान, लोगों के चेहरे पर डर भी देखा गया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूकंप की वजह से होने वाले नुकसान के बारे में जायजा ले रहे हैं। सरकार के सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी सभी चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर रहे हैं। उन्होंने बिहार, असम और सिक्किम के मुख्यमंत्री से बात कर ली है।
बिहार की राजधानी पटना में भूकंप का बहुत कम ही असर देखा गया। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि बिहार के सीमांचल के इलाके में इसकी तीव्रता थोड़ी ज्यादा महसूस हुई है। कोसी-सीमांचल और पूर्वी बिहार के कई जिलों में सोमवार रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। कई इलाकों में लोग घरों से बाहर निकल गए। उधर, भागलपुर से सटे झारखंड के साहिबगंज जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सुपौल, कटिहार, मधेपुरा, पूर्णिया, मुंगेर, बांका, लखीसराय और भागलपुर में धरती हिलने की जानकारी है।
पिछले कुछ समय में देश के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के कई झटके महसूस किए जा चुके हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी कई बार भूकंप के चलते हिल चुकी है। वहीं, बिहार में पिछली बार फरवरी के मध्य में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। छह साल बाद आए भूकंप का वह झटका रात 9 बजकर 23 मिनट पर आया था। पटना में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र था। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.5 बताई गई थी। हालांकि, कम तीव्रता होने की वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।