प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 अप्रैल को शाम 7 बजे परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे। इस वर्ष कोविड महामारी के कारण बातचीत को वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह चर्चा एक नए प्रारूप में होगी जिसमें कई दिलचस्प विषयों पर सवाल होंगे।
परीक्षा पे चर्चा का पहला वर्चुअल एैडिशन, समस्या तब होती है जब हम एैग्ज़ाम को ही जैसे जीवन के सपनों का अंत मान लें। दरअसल एैग्ज़ाम जीवन को घड़ने का एक अवसर है। यह राय मैं पीएम के रूप में नहीं दे रहा हूं। लेकिन एक दोस्त के रूप में बता रहा हूं। आपकी सोच, मेरी सोच, आपके इरादे, मेरे इरादे, हम साथ-साथ ही हैं। मेरे दोस्त क्या कहेंगे। मम्मी-पापा क्या बोलेंगे। यह तनाव कभी-कभी बोझ बन जाता है। देखिये दोस्तों, खाली समय, इसको खाली मत समझिये। यह खजाना है, खजाना, अच्छी किताब, अच्छी मूवी, अच्छी कहानियां, अच्छी कवितायें, अच्छे मुहावरे या अच्छे अनुभव, यह सब एक प्रकार से ट्रेनिंग के ही टूल्स हैं। ये परीक्षा पे चर्चा है। लेकिन सिर्फ परीक्षा की ही चर्चा नहीं है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, प्रधानमंत्री स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ विस्तृत चर्चा करेंगे और परीक्षा के दबाव से निपटने के उपाय सुझाएंगे।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को अपने दिल के काफी करीब बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से वे यह जान पाते हैं कि युवाओं के दिमाग में क्या चल रहा है।