खरी-खरी
कोरोना भी खेलता , राजनीति के दाँव ।
नहीं फैलता है वहाँ , होते जहाँ चुनाव ।।
होते जहाँ चुनाव , लोग लाखों जुड़ जाते।
कोरोना के नियमों को , ठेंगा दिखलाते ।।
भारत में रहकर , स्वभाव बदला कोरोना।
नेताओं से गठबंधन , करता है कोरोना ।।
अशोक वशिष्ठ