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खरी खरी

by zadmin

‘खेला होबे’ ये कहे, दीदी का विश्वास

उधर नमो कह रहे हैं, ‘होबे खूब विकास

‘होबे खूब विकास, भूल करके बकरीदी

करतीं चंडी पाठ, मंच से देखो दीदी

कह सुरेश मुमताज बन रही फिर से चौबे

बोले हम भी हिन्दू हैं,अब ‘खेला होबे’।
सुरेश मिश्र

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