ठाणे- कोरोना महामारी के इस घड़ी में 100 से 150 लोगों के झुंड के साथ भाजपा गुटनेता कार्यालय में पहुंच पार्टी के गुटनेता मनोहर डुंबरे का घेराव करने वाले शिवसेना गुटनेता के साथ सात नगरसेवकों और 30 से 40 पदाधिकारियों के खिलाफ नौपाड़ा पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ है। इसके साथ ही अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन न करने वाले सुरक्षा रक्षकों पर भी कार्रवाई की गई है।
बता दें कि शुक्रवार को भाजपा गुटनेता कार्यालय में घुसकर शिवसेना गुटनेता के साथ सात नगरसेवकों और सैकड़ों की संख्या में एफओबी का विरोध करने पर पार्टी के गुट नेता मनोहर डुंबरे का घेराव कर माफी मांगने का दबाव बनाया था। इस घटना के बाद भाजपा ने पुलिस आयुक्त से शिवसेना नगरसेवकों और नगरसेविकाओं पर कार्रवाई करने की मांग की थी। इसके साथ ही शिवसैनिकों को एकत्रित होते देख सुरक्षा रक्षकों ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया था। उन पर भी कार्रवाई की मांग हुई थी। उल्लेखनीय है कि ठाणे शहर में अनावश्यक तीन पादचारी पुलों के निर्माण पर 13 करोड़ रुपए खर्च कर जनता के पैसों को बर्बाद किए जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा गुटनेता मनोहर डुंबरे ने कहा था कि मनपा चुनाव के आने में महज चंद महीने शेष बचे हुए हैं। ऐसी स्थिति में शिवसेना इस तरह के अनावश्यक कामों को शुरू कर पार्टी फंड इकट्ठा कर रही है। इससे घबराए शिवसैनिकों ने शुक्रवार को डुंबरे का घेराव किया था। इस दौरान शिवसेना के गुटनेता दिलीप बारटक्के, नगरसेविका राधिका फाटक, मिनल संखे, साधना जोशी, नगरसेवक विकास रेपाले, सिद्धार्थ ओवलेकर सहित सौ से डेढ़ सौ की संख्या में शिवसेना पदाधिकारी कोरोना महामारी में बिना मास्क और सामाजिक दूरी बनाए दिखाई दिए थे। इस दौरान सभी ने माफी मांगने के लिए डुंबरे को सात दिन तक का दिया था।
पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर से कोरोना महामारी के इस दौर में भीड़ जमा कर कानून का उल्लंघन करने वाले शिवसेना नगरसेवकों पर कार्रवाई की मांग भाजपा की तरफ से की गई थी। साथ ही भाजपा ने चेतावनी दी थी कि मामले में लीपापोती होने की स्थिति में पार्टी निषेध आंदोलन करेगी। भाजपा की मांग को गंभीरता से लेते हुए नौपाड़ा पुलिस ने पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने, मुंह पर मास्क का उपयोग न करने और नियमों की अनदेखी करने का मामला शिवसेना गुटनेता दिलीप बारटक्के, नगरसेविका राधिका फाटक, मिनल संक्चये, साधना जोशी, विकास रेपाले, सिद्धार्थ ओवलेकर, राजू फाटक के साथ 30 से 40 शिवसेना पदाधिकारियों पर मामला दर्ज किया गया है।