जब अजित पवार ने विधान परिषद में हंसी का माहौल बनाया
नवीन कुमार
मुंबई, 5 मार्च. राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरूवार को विधान परिषद में कोरोना और जैकेट को लेकर इस तरह से टिप्पणी की कि उससे सदन में हंसी का माहौल बन गया. हालांकि, वे कोरोना को लेकर ही बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि यह हर किसी के लिए चिंता का विषय है. क्योंकि, राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में भी इसका उल्लेख किया था. कोरोना के आंकड़े और राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में किए गए और किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी दी गई. इस मौके पर पवार ने अपनी राजनीतिक टिप्पणी से हंसी का माहौल पैदा किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, विधान परिषद के सभापति रामराजे नाईक निंबालकर और विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर को कोरोना नहीं हुआ. बोला जा रहा है कि दरेकर को जैकेट के कारण कोरोना नहीं हुआ. उनकी इस बात से सदन में हंसी गूंज उठी.
राज्य में कोरोना की स्थिति के बारे में बात करते हुए पवार ने कहा कि सौभाग्य से राज्य में कोरोना से मृत्यु दर घट रही है. कोरोना हुआ तो ज्यादातर लोगों को अस्पताल जाते हुए अब देखा नहीं जा रहा है बल्कि घर पर ही रहकर दवा लेकर ठीक हो रहे हैं. आज मंत्रिमंडल के 7 से 8 मंत्री और दोनों सदनों के कुछ विधायक कोरोनाग्रस्त हैं. पवार ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह एक बात खास है कि मुख्यमंत्री, प्रवीण दरेकर और सभापति महोदय को कोरोना हुआ नहीं जबकि विधानसभा में मुझे हुआ, फडणवीस को हुआ. आपको नहीं हुआ क्योंकि आपकी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है. या उनकी (प्रवीण दरेकर) जैकेट को देखा तो कोरोना उसके पास गया नहीं. ऐसा जैकेट कहां से लाए हैं मुझे पता नहीं है.
लेकिन आप तीनों को कोरोना न हो, ऐसी मेरी शुभेच्छा है. नहीं तो कल कोरोना हुआ तो कहेंगे कि आपकी नजर लगी और कोरोना हुआ. इस तरह से मेरे नाम पर पावती फाड़िएगा मत. पवार ने यह भी कहा कि एक सदस्य प्रसाद लाड ने जिन-जिनको जैकेट दिया उनको कोरोना हुआ. प्रसाद (भाजपा विधायक) ने मुझे भी जैकेट दिया था. पवार की इस बात पर भी सदन में हंसी सुनाई दी.