भाजपा ने शुरू किया पोस्टर अभियान
ठाणे,27फरवरी :एक तरफ महापौर नरेश म्हस्के द्वारा अवैध तरीके से लिए गए कोरोना वैक्सीन ने तेजी से राजनीति शुरु कर दी है। वहीं इसको लेकर पूरे शहर में पोस्टर के माध्यम से महापौर की आलोचना कर रही है। भाजपा ने शहर में लगाए गए पोस्टरों के माध्यम से सीधा सवाल किया है कि जब कोरोना सेनानियों का टीकाकरण करना आवश्यक है तो, महापौर को कोरोना का टीका लगा उन पर इतना प्रेम क्यों बरसाया जा रहा है। उधर, मामले में एक और चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है। बताया गया है कि वैक्सीन लेने के लिए एक डॉक्टर मनपा में आया था, लेकिन उस चिकित्सक को यह कहकर वापस भेज दिया गया कि उसका समय समाप्त हो गया है। ऐसे में महापौर टीकाकरण को लेकर शुरू राजनीति और भी गर्म होगी। कोरोना आपदा के दौरान अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ठाणेकरों को मरने के लिए छोडऩे वाले महापौर नरेश म्हस्के ने नियमों को तोड़ते हुए कोरोना का टीका लगवाया। इसके साथ ही भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि सत्ता का दुरुपयोग कर शिवसेना विधायक रविंद्र फाटक और उनके बेटे ने भी कोरोना का टीका लगवाया है। वहीं महापौर का दावा है कि सभी को यह समझने के लिए कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित है, इसलिए टीका लगवाया था। हालांकि, मनपा में भाजपा के गुटनेता मनोहर डुंबरे ने यह भी सवाल उठाया है कि क्या महापौर म्हस्के इस संबंध में सरकारी आदेश दिखा सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस संदर्भ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को एक पत्र भेजा, जिसमें ठाणे में हुए इस मामले पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने इस बात की भी जांच करने की मांग की कि ठाणे शहर को आपूर्ति की गई वैक्सीन क्या सत्ता का दुरुपयोग करने वाले किसी को दी गई है। साथ ही वास्तव में कितने फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन मिली है। भाजपा यहीं नहीं रुकी है। वह अब ठाणे में पोस्टरबाजी कर महापौर पर हमला कर रही है। महापौर पर हमला करने वाला पोस्टर मनपा मुख्यालय के सामने की लगाया गया है, जिस पर वहां से गुजरने वाले हर कोई का ध्यान आकृष्ट कर रहा है। पोस्टर के माध्यम से कहा गया है कि कोरोना योद्धा ठाणे के अभिमान हैं। उन्हें सबसे पहले टीका मिलने का अधिकार है, जबकि कतार में घुसपैठ करने वाले शिवेसना विधायक और महापौर ने उनका अपमान किया है। पोस्टर के माध्यम से भाजपा ने कहा है कि शिवसेना-राकांपा दोनों भाई-बहन मिलकर जनता के पैसे का मजा ले रहे हैं। कुल मिलाकर भाजपा ने पोस्टर अभियान के माध्यम से शिवसेना और राकांपा का ध्यान आकर्षित किया है।
मनपा ने डॉक्टर को कोरोना टीका देने से किया मना
दो दिन पहले ठाणे का एक डॉक्टर कोरोना का टीका लेने के लिए मनपा मुख्यालय में गया था। डॉक्टर मनपा के स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी से मुलाकात किया। मुलाकात के दौरान डॉक्टर ने कोरोना टीका लगवाने के लिए पंजीयन करने की आशा व्यक्त की। इस पर उन्हें बताया गया कि आपको टीका नहीं लगाया जा सकता है। उन्हें बताया गया कि पंजीकरण प्रक्रिया डेढ़ महीने पहले ही समाप्त हो गई थी। इसके बाद डॉक्टर को वापस भेज दिया गया। एक तरफ सत्ता के बल पर लोगों को टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। दूसरी तरफ कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान की परवाह किए बेफिक्र होकर ईमानदारी से सेवा करने वालों के लिए कोरोना का टीका मनपा के पास उपलब्ध ही नहीं है। इससे अधिक दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है। इस तरह की आलोचना भी मनपा प्रशासन की शहर में हो रही है।